अन्धे के हाथ बटेर लगना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Andhe Ke Hath Bater Lagna Meaning In Hindi
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Andhe Ke Hath Bater Lagna Muhavre Ka Arth Aur Vakya Prayog / अंधे के हाथ बटेर लगना मुहावरे का क्या अर्थ होता है?
मुहावरा- “अन्धे के हाथ बटेर लगना” ।
( Muhavara- Andhe Ke Hath Bater Lagna )
अर्थ- अयोग्य व्यक्ति को बिना प्रयास के कोई अच्छी वस्तु मिल जाना / बिना परिश्रम के अच्छी वस्तु हाथ लगना / किसी मूर्ख व्यक्ति के हाथ कोई कीमती वस्तु लग जाना / बिना प्रयास के बड़ी चीज पा लेना ।
( Arth/Meaning in Hindi- Ayogya Vyakti Ko Bina Prayas Ke Koi Achhi Vastu Mil Jana / Bina Parishram Ke Achhi Vastu Hath Lagna / Kisi Murkh Vyakti Ke Hath Koi Kimati Vastu Lag Jana / Bina Prayas Ke Badi Cheej Pa Lena )
“अन्धे के हाथ बटेर लगना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-
“अन्धे के हाथ बटेर लगना”, यह हिंदी भाषा में प्रयुक्त होने वाला एक महत्वपूर्ण व प्रचलित मुहावरा है । इस मुहावरे का अर्थ किसी अयोग्य व्यक्ति को बिना प्रयास के कोई अच्छी वस्तु का मिल जाना अथवा बिना परिश्रम किए किसी मूर्ख व्यक्ति के हाथ कोई कीमती वस्तु लग जाना होता है ।
इस मुहावरे का मतलब होता है किसी अनुभवहीन या अक्षम व्यक्ति को सम्भावित नही माना जाता है, लेकिन उसे बिना किसी प्रयास के अच्छी चीज मिल जाती है ।
जैसे-
1. क्या कहा, मोहन पास हो गया । भाई यह तो अन्धे के हाथ बटेर लग गई ।
2. राज ने बिना पढ़ाई के ही नौकरी प्राप्त कर ली, यह तो बिल्कुल “अन्धे के हाथ बटेर लगना” है ।
3. भीमा ने कभी व्यायाम नही किया फिर भी उसे एक महीने के अंदर ही अच्छी सेहत मिल गई, यह तो अयोग्य व्यक्ति को बिना प्रयास के कोई अच्छी वस्तु मिल जाने जैसा है अर्थात ये तो “अन्धे के हाथ बटेर लगना” जैसा हुआ ।
4. किरन बिना किसी खास प्रयास के ही विधायक जी की पर्सनल सेक्रेटरी बन गई, भाई ये तो वही बात हुई कि अन्धे के हाथ बटेर लग गया ।
5. कमला पढ़ाई में बहुत कमजोर है, उसने अपनी परीक्षा में कोई खास तैयारी नही की थी, फिर उसने अपना क्लास टॉप किया । कमला के टॉप करने पर क्लास के बच्चों ने कहा कि ये तो अन्धे के हाथ बटेर लग गई ।
इस मुहावरे को एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं -
एक गांव में कल्लू नाम का एक मूर्ख रहता था । वह दिन भर इधर उधर घूमता रहता था । लोग उसका बहुत मज़ाक उड़ाते थे । एक दिन कल्लू सड़क किनारे से कही जा रहा था, तभी उसे एक कार ने टक्कर मार दी । टक्कर लगने से कल्लू एक नाले में गिर गया । कल्लू को ज्यादा चोट तो नही आयी पर उसे नाले में एक छोटा सा प्लास्टिक का बैग मिला । कल्लू उस बैग को लेकर बाहर निकला और बगल के एक हैंडपंप पर उसने नहाया और बैग को भी साफ किया । कल्लू ने जब बैग खोला तो उसमें बहुत सारे नगद पैसे थे । कल्लू पैसों को देख कर बहुत खुस हुआ । कल्लू के पास इतने सारे पैसे देख कर एक महिला ने उससे शादी कर ली । सादी के बाद महिला ने उन पैसों से एक घर भी खरीद लिया और दोनो आराम से रहने लगे । लोगों को जब इस घटना का पता चला तो सब लोग हैरान रह गए । लोगो ने कहा कि एक मूर्ख आदमी को इतनी कीमती वस्तु हाथ कैसे लग गयी और उपर से उसे एक पत्नी भी मिल गयी । तभी एक आदमी ने कहा कि ये तो अन्धे के हाथ बटेर लग गया ।
“अन्धे के हाथ बटेर लगना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Andhe Ke Hath Bater Lagna Muhavare Ka Vakya Prayog.
“अन्धे के हाथ बटेर लगना” इस मुहावरे का अर्थ नीचे दिए गए कुछ वाक्य प्रयोगों के माध्यम से समझ सकते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं -
वाक्य प्रयोग- 1.
राज अपने माता-पिता का एकलौता लड़का है । राज के घर बहुत बड़ा है और धन दौलत भी बहुत है । पर राज ज्यादा पढ़ा लिखा नही है । उसका पढ़ाई में मन नही लगता है । वह खेती बारी में ही लगा रहता है । कुछ समय बाद राज की शादी हो गई । राज की जिस लड़की से शादी हुई है वो लड़की स्नातक पास है और वह बहुत सुंदर भी है । इस शादी से कुछ लोग खुश नही थे । उनका कहना था कि एक अयोग्य व्यक्ति को बिना प्रयास के ही अच्छी पत्नी मिल गयी । अर्थात ये तो “अन्धे के हाथ बटेर लगने” जैसा हो गया ।
वाक्य प्रयोग- 2.
सोनी बहुत चंचल लड़की है और किसी के आज्ञा का पालन भी नही करती है । लोग कहते हैं की इसके माता-पिता कितने अच्छे और उनकी औलाद कैसी निकल गयी । सोनी पढ़ाई में जीरो थी और खेल कूद में भी । सोनी ने बिना किसी को बताये पुलिस की नौकरी के लिए फॉर्म भरी थी । सोनी इस पुलिस की परीक्षा में पास भी हो गयी और अपनी दौड़ भी निकाल ली । इसके बाद सोनी पुलिस कांस्टेबल बन गयी । दोस्तों मेरे लिए तो ये “अन्धे के हाथ बटेर लगना” दिख रहा है ।
वाक्य प्रयोग- 3.
रोशन कम्पनी के मालिक का बेटा है । उसे कम्पनी के काम काज के बारे में कुछ भी नही पता है कि कम्पनी कैसे चलाई जाती है । फिर भी उसके पिता ने रोशन को कम्पनी का चेयरमैन बना दिया । कम्पनी के सभी वर्कर्स ने कहा की देखो भाई लोग ये होता है “अन्धे के हाथ बटेर लगना” । इसे कम्पनी चलाने का तो कोई अनुभव है नही फिर भी ये चेयरमैन बन गया । एक अयोग्य व्यक्ति को बिना किसी परिश्रम के ही चेयरमैन की कुर्सी मिल गयी ।
वाक्य प्रयोग- 4.
दीपांकर को जब बिना परिश्रम के ही पार्टी का मीडिया प्रभारी बना दिया गया तो पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि इसे कहते हैं “अन्धे के हाथ बटेर लगना” ।
वाक्य प्रयोग- 5.
सोनू ने जब आईपीएल में एक करोड़ रुपया जीत लिया तो उसके गाँव वालों ने कहा कि ये होता है अन्धे के हाथ बटेर लगना । अर्थात घर बैठे बिना किसी परिश्रम के ही सोनू आज करोड़पति बन गया ।
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