“खोज-खबर लेना” मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Khoj Khabar Lena Meaning In Hindi
Khoj Khabar Lena Muhavare Ka Arth Aur Vakya Prayog / खोज खबर लेना मुहावरे का क्या मतलब होता है?
मुहावरा- “खोज खबर लेना”।
(Muhavara- Khoj Khabar Lena)
अर्थ- समाचार मिलना / हालचाल पूछना / किसी चीज की खोज करना और उसकी खबर पाना ।
(Arth/Meaning in Hindi- Samachar Milna / Halchal Puchna / Kisi Chij Ki Khoj Karna Aur Uski Khabar Pana)
“खोज खबर लेना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-
प्रस्तावना:
हिन्दी भाषा में मुहावरे न केवल बोलचाल को प्रभावी और रोचक बनाते हैं, बल्कि वे गहरे जीवनानुभवों, लोक-जीवन की संवेदनाओं और सामाजिक सच्चाइयों को भी व्यक्त करते हैं। प्रत्येक मुहावरा अपने साथ ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और व्यावहारिक संदर्भ लेकर चलता है। इन्हीं में से एक प्रसिद्ध मुहावरा है – “खोज-खबर लेना”। यह मुहावरा सामान्यतः किसी व्यक्ति, परिस्थिति या वस्तु की स्थिति जानने, उसका हाल-चाल पूछने या उसकी वास्तविकता का पता लगाने के अर्थ में प्रयोग किया जाता है।
मुहावरे का अर्थ:
“खोज-खबर लेना” का शाब्दिक अर्थ है – किसी चीज़ की खोज करना और उसकी खबर पाना।
परंतु मुहावरे के रूप में इसका आशय केवल खोज या खबर तक सीमित नहीं है, बल्कि किसी व्यक्ति, घटना या परिस्थिति की पूरी जानकारी प्राप्त करने, उसका हाल जानने, या छिपी हुई बात तक पहुँचने से है।
सरल शब्दों में, जब कोई व्यक्ति किसी का हाल-चाल पूछता है, उसकी स्थिति के बारे में जानकारी लेता है या गहराई से पड़ताल करता है, तब हम कहते हैं कि वह उसकी खोज-खबर ले रहा है।
व्याख्या:
“खोज-खबर लेना” मुहावरा कई स्तरों पर प्रयुक्त होता है, जिनमें प्रमुख हैं –
1. सामाजिक स्तर पर:
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वह अपने परिवार, मित्रों, पड़ोसियों और समाज से जुड़ा रहता है। जब हम किसी का हाल-चाल पूछते हैं – जैसे कि स्वास्थ्य, जीवन-परिस्थितियों या आर्थिक स्थिति के बारे में – तो यह खोज-खबर लेना कहलाता है।
उदाहरण: किसी मित्र के बीमार होने पर हम उससे मिलने जाते हैं और पूछते हैं – “अब तबीयत कैसी है?” – यह उसका खोज-खबर लेना है।
2. जांच-पड़ताल के अर्थ में:
कभी-कभी यह मुहावरा किसी तथ्य या घटना की सच्चाई का पता लगाने के लिए भी प्रयुक्त होता है।
उदाहरण: यदि किसी गाँव में चोरी हो जाती है और पुलिस घटना की जानकारी जुटाने पहुँचती है, तो कहा जाता है – “पुलिस ने चोरी की खोज-खबर ली।”
3. चिंता और सहानुभूति का भाव:
यह मुहावरा केवल जानकारी प्राप्त करने तक सीमित नहीं रहता, बल्कि इसमें अपनापन और संवेदनशीलता भी झलकती है। जब हम किसी की खोज-खबर लेते हैं, तो उसमें उसके प्रति हमारी चिंता, ममता और आत्मीयता का भाव निहित होता है।
उदाहरण: दूर देश में रहने वाले बेटे का हाल-चाल पूछने के लिए माता-पिता बार-बार फोन करते हैं। यही उनका पुत्र के प्रति खोज-खबर लेना है।
4. राजनीतिक और प्रशासनिक संदर्भ में:
शासन-प्रशासन या राजनीति के क्षेत्र में भी यह मुहावरा खूब प्रयुक्त होता है। नेता या अधिकारी जब जनता की समस्याओं की जानकारी लेने गाँव-गाँव जाते हैं, तो इसे भी खोज-खबर लेना कहा जाता है।
उदाहरण: “मुख्यमंत्री ने बाढ़-ग्रस्त क्षेत्र में जाकर पीड़ितों की खोज-खबर ली।”
साहित्यिक उदाहरण:
हिन्दी साहित्य में भी यह मुहावरा विभिन्न रचनाओं में देखने को मिलता है। कहानियों और उपन्यासों में पात्र एक-दूसरे की खोज-खबर लेते हैं, जिससे उनके आपसी संबंधों की आत्मीयता सामने आती है। कविताओं में भी यह मुहावरा मानवीय संवेदनाओं को गहराई प्रदान करता है।
नकारात्मक पहलू:
हालाँकि “खोज-खबर लेना” सामान्यतः सकारात्मक मुहावरा है, लेकिन कभी-कभी यह टोह लेने या जासूसी करने के अर्थ में भी प्रयुक्त हो सकता है। यदि कोई व्यक्ति बिना आवश्यकता के किसी के निजी मामलों में दखल देता है और उसकी व्यक्तिगत बातें जानने का प्रयास करता है, तो लोग कहते हैं – “वह मेरी अनावश्यक खोज-खबर ले रहा है।”
“खोज-खबर लेना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Khoj Khabar Lena Muhavare Ka Vakya Prayog.
1. पड़ोसी ने मेरी बीमारी की खोज-खबर ली।
2. परीक्षा के बाद अध्यापक ने विद्यार्थियों की खोज-खबर ली।
3. गाँव के प्रधान ने बाढ़-पीड़ितों की खोज-खबर ली।
4. माँ रोज़ बेटे की खोज-खबर लेती रहती है।
5. विदेश से लौटकर रमेश ने अपने पुराने मित्रों की खोज-खबर ली।
6. पुलिस ने चोरी की घटना की खोज-खबर ली।
7. पत्रकार ने दुर्घटना स्थल पर जाकर घायलों की खोज-खबर ली।
8. बुज़ुर्गों की खोज-खबर लेना हमारा कर्तव्य है।
9. सैनिक छुट्टी पर आकर अपने गाँववालों की खोज-खबर लेता है।
10. अध्यापिका ने होमवर्क पूरा न करने वाले बच्चों की खोज-खबर ली।
11. पड़ोस में नया परिवार आया तो सबने उनकी खोज-खबर ली।
12. महामारी के समय लोग फोन करके रिश्तेदारों की खोज-खबर लेने लगे।
13. मंत्री ने अस्पताल जाकर मरीजों की खोज-खबर ली।
14. छुट्टियों में पापा ने स्कूल जाकर अध्यापकों से बच्चों की खोज-खबर ली।
15. त्योहार पर रिश्तेदारों की खोज-खबर लेना परंपरा है।
16. नयी जगह पर पहुँचकर उसने सबसे पहले अपने साथी की खोज-खबर ली।
17. भूकंप के बाद लोग अपने परिजनों की खोज-खबर लेने दौड़े।
18. नेता जी चुनाव से पहले जनता की खोज-खबर लेने गाँव-गाँव पहुँचे।
19. घर लौटकर बेटा सबसे पहले माता-पिता की खोज-खबर लेता है।
20. किसी अनजान व्यक्ति की खोज-खबर लेना कभी-कभी आवश्यक भी हो जाता है।
निष्कर्ष:
“खोज-खबर लेना” मुहावरा केवल जानकारी प्राप्त करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें संवेदना, सहानुभूति और सामाजिक जुड़ाव का गहरा भाव समाहित है। यह मुहावरा मनुष्य को अपने कर्तव्यों और रिश्तों की ओर सचेत करता है। चाहे पारिवारिक संदर्भ हो, सामाजिक संबंध हों या प्रशासनिक जिम्मेदारियाँ – हर जगह खोज-खबर लेना आवश्यक और महत्वपूर्ण है।
इस प्रकार, यह मुहावरा मानवीय संवेदनशीलता, सामाजिक उत्तरदायित्व और आत्मीय रिश्तों की पहचान है, जो हमारी भाषा और जीवन दोनों को समृद्ध बनाता है।
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