कम्प्यूटर का मुख्य कार्य क्या है? / What Is The Main Work Of Computer In Hindi

Computer Ka Mukhya Karya Kya Hai / कम्प्यूटर कार्य कैसे करता है? कम्प्यूटर एक अत्यंत शक्तिशाली और बुद्धिमान इलेक्ट्रॉनिक यंत्र है, जिसका मुख्य कार्य विभिन्न प्रकार की जानकारियों को प्रोसेस करना, यानी उनका विश्लेषण करके उपयोगी परिणाम प्रदान करना होता है। यह मानव द्वारा दी गई सूचनाओं और निर्देशों के आधार पर कार्य करता है। कम्प्यूटर का नाम सुनते ही सबसे पहले हमारे दिमाग में तेज गति से काम करने वाली मशीन का चित्र आता है, जो कुछ ही पलों में कठिन से कठिन गणनाओं को हल कर देती है। परन्तु इसका कार्य केवल गणना करना ही नहीं, बल्कि जानकारी को संग्रहित करना, विश्लेषण करना और परिणाम प्रस्तुत करना भी है। कम्प्यूटर मुख्य रूप से चार चरणों में कार्य करता है: इनपुट, प्रोसेसिंग, स्टोरेज और आउटपुट। 1. इनपुट (Input): यह वह चरण है जिसमें उपयोगकर्ता कम्प्यूटर को निर्देश देता है। यह निर्देश या डेटा कीबोर्ड, माउस, स्कैनर या अन्य इनपुट उपकरणों के माध्यम से दिया जाता है। उदाहरण के लिए, जब आप कीबोर्ड से "2 + 2" टाइप करते हैं, तो यह कम्प्यूटर को एक इनपुट होता है। 2. प्रोसेसिंग (Processing): यह कम्प्यूटर क...

छाती पर मूंग दलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Chhati Per Moong Dalna Meaning In Hindi


Chhati Par Mung Dalna Muhavare Ka Arth Aur Vakya Prayog / छाती पर मुंग दलना मुहावरे का अर्थ क्या होता है?

 

छाती पर मूंग दलना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Chhati Per Moong Dalna Meaning In Hindi
छाती पर मूंग दलना





मुहावरा- “छाती पर मूंग दलना” ।


( Muhavara- Chhati Par Moong Dalna )



अर्थ- पास रहकर दुःख देना / समीप रहकर निरंतर कष्ट देना / सताना / परेशान करना / सदमा पहुंचना ।


( Arth/Meaning in Hindi- Pas Rahkar Dukh Dena / Samip Rahkar Nirantar Kasht Dena / Satana / Pareshan Karna / Sadma Pahuchna )






“छाती पर मूंग दलना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-


छाती पर मूंग दलना”, यह हिंदी भाषा में प्रयुक्त होने वाला एक अतिमहत्वपूर्ण मुहावरा है । इस मुहावरे का अर्थ किसी व्यक्ति के द्वारा किसी दूसरे के सामने जानबूझ कर ऐसा आचरण या व्यवहार या काम करना जिससे उसका दिल दुखता हो । अर्थात कि इस मुहावरे का अर्थ पास रहकर दुःख देना, किसी को निरंतर कष्ट देना, सताना या परेशान करना होता है ।


छाती पर मुंग दलना, एक हिंदी मुहावरा है जिसका अर्थ है किसी को बिना किसी प्रकार के दूरी बनाए रखे ही कष्ट देना । इस मुहावरे के अंतर्गत, व्यक्ति या स्थिति जो कष्ट दे रहा है, वह अन्य व्यक्ति के समीप/निकट ही होता है, जिससे उसे और अधिक दुःख पहुंचता है । यह मुहावरा किसी की विश्वाशघात, शिकायत या दुखद अनुभव को संकेतिक करता है ।


जैसे


1. राज ने कहा कि उसके साथ काम करना बहुत कठिन होता है, क्योंकि वह हमेशा छाती पर मूंग दलता रहता है ।


2. मेरे साथी ने समीप रहकर कष्ट दिया, उसने मेरे सपनों को तोड़ दिया और मुझे अकेला छोड़ दिया ।


3. साहित्य के अध्यन में ज्यादा कुशलता प्राप्त करने के लिए, छात्रों को एक दूसरे के छाती पर मुंग दलना पड़ता है ।


4. सरला की सास हमेशा उसके छाती पर मूंग दलती रहती है अर्थात काम के बहाने हर वक़्त सरला को परेशान करती है ।


5. ममता अपनी मुह बोली बहन के साथ ऐसा व्यवहार करती है जिससे उसका दिल दुख जाता है । अर्थात कि ममता अपनी मुहबोली बहन के छाती पर मूंग दलने का काम करती है ।



“छाती पर मूंग दलना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Chhati Par Moong Dalna Muhavare Ka Vakya Prayog. 


छाती पर मूंग दलना” इस मुहावरे का अर्थ नीचे दिए गए कुछ वाक्य प्रयोगों के माध्यम से समझ सकते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं -



वाक्य प्रयोग- 1. 


भावना की जब शादी हुई तो वह अपने ससुराल में सबको खुश रखती थी । सबके मन पसंद क ख्याल रखती थी । पर अब ना जाने कौन उसका कान भर दिया है, कि अब भावना अपने ससुराल के सदस्यों के छाती पर मूंग दलती रहती है । जब कोई उसे काम करने को कहता तो वह उल्टा ही उस सदस्य को ऐसा कुछ कह देती है जिससे उस सदस्य का दिल दुख जाता है । भावना पास में ही रह कर अपने ससुराल के लोगो को कष्ट दे रही है । भावना का इस प्रकार से अपने ससुराल के सदस्यों के समीप रह कर निरंतर कष्ट देना ही छाती पर मूंग दलना कहलाता है ।



वाक्य प्रयोग- 2.


मोहन हर वक़्त अपने पिता के छाती पर मूंग दलता रहता है । 

मोहन बिना किसी काम के घर में बैठा रहता है । जब भी उसके पिता जी कोई काम करने को कहते या पढ़ाई पर ध्यान देने को बोलते तो मोहन ऐसा जबाब देता जिससे उसके पिता को सदमा लग जाता । मोहन अपने पिता से कहता कि आप मुझे क्यों पढ़ने के लिए बोलते रहते हैं । अपने कितनी पढ़ाई की है । पढ़ाई कर के अपने क्या उखाड़ लिया है । मोहन के पिता जी जब ऐसी बातें सुनते तो उन्हे बहुत दुख होता । ऐसे ही मोहन अपने पिता को हमेशा परेशान करता है । मतलब मोहन अपने पिता के पास रख कर ही उन्हे दुख देता है । 



वाक्य प्रयोग- 3. 


बेटे के प्रेम प्रसंग को सुन कर उसके पिता ने उसे घर से बाहर निकाल दिया । पर बेटे ने अपनी प्रेमीका के साथ विवाह कर के वही पड़ोस के एक मकान में रह कर अपने माता-पिता के छाती पर मूंग दलने का काम किया । वह अपने माता-पिता के समीप रहकर उन्हे निरंतर कष्ट देता रहता है । 




Comments

Popular posts from this blog

प्रिंटर क्या होता है? परिभाषा, प्रकार और इतिहास / What Is Printer In Hindi

कम्प्यूटर किसे कहते हैं? / What is computer in hindi?

आस्तीन का सांप मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Aasteen Ka Saanp Meaning In Hindi

गागर में सागर भरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Gagar Me Sagar Bharna Meaning In Hindi

काला अक्षर भैंस बराबर मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Kala Akshar Bhains Barabar Meaning In Hindi

एक पन्थ दो काज मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Ek Panth Do Kaaj Meaning In Hindi

अन्धों में काना राजा मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Andho Mein Kana Raja Meaning In Hindi

कोल्हू का बैल मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Kolhu Ka Bail Meaning In Hindi