मिट्टी के मोल बिकना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Mitti Ke Mol Bikana Meaning In Hindi
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Mitti Ke Mol Bikana Muhavare Ka Arth Aur Vakya Prayog / मिट्टी के मोल बिकना मुहावरे का अर्थ क्या होता है ?
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Mitti Ke Mol Bikna |
मुहावरा- “मिट्टी के मोल बिकना” ।
( Muhavara- Mitti Ke Mol Bikana )
अर्थ- अत्यंत ही कम मूल्य पर बिकना / अत्यधिक सस्ता बिकना / किसी वस्तु को बहुत ही कम दाम में बेच देना ।
( Arth/Meaning in Hindi- Atyant Hi Kam Mulya Par Bikana / Atyadhik Sasta Bikana / Kisi Vastu Ko Bahut Hi Kam Daam Me Bech Dena )
“मिट्टी के मोल बिकना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-
“मिट्टी के मोल बिकना” यह हिंदी भाषा में उपयोग होने वाला एक अति महत्वपूर्ण मुहावरा है । इस मुहावरे का अर्थ किसी व्यक्ति द्वारा किसी वस्तु को अत्यंत ही कम मूल्य में बेचना या वस्तु को अत्यधिक सस्ते में बेच देना अथवा वस्तु का बहुत ही कम दाम में बिकना होता है ।
“मिट्टी के मोल बिकना” मुहावरे का दूसरा अर्थ यह होता है कि किसी की महत्वपूर्णता या उपयोगिता को नकारात्मक रूप से देखना और उसको कम मूल्य देना । इस मुहावरे मे किसी की कीमत को कम करने का भाव होता है । जैसे मिट्टी को सामान्यता में किसी की कीमत नही दी जाती ।
इस मुहावरे का अर्थ एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं -
रमेश नया स्कूटर खरीद कर यह सोच रहा है कि अब उसकी पुरानी बाइक को मिट्टी के मोल बिकना होगा ।
रमेश की पुरानी बाइक में हर हफ्ते कुछ ना कुछ गड़बड़ी होती रहती है । बाइक में बार-बार कोई ना कोई कमी होने की वजह से रमेश को काफी ज्यादा दिक्क़तों का सामना करना पड़ रहा था । इसी को देखते हुए रमेश ने एक नया स्कूटर खरिदा । रमेश ने जब नया स्कूटर खरीद लिया तब वह सोचने लगा की अब उसकी पुरानी बाइक को अत्यंत ही कम मूल्य पर बेचना पड़ेगा । कुछ ही दिनों मे रमेश ने अपनी पुरानी बाइक को बहुत ही कम दाम में बेच दिया । मतलब की रमेश का अपनी पुरानी बाइक को अत्यंत ही कम मूल्य पर बेचना ही “मिट्टी के मोल बिकना” कहलाता है ।
“मिट्टी के मोल बिकना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Mitti Ke Mol Bikana Muhavare Ka Vakya Prayog.
“मिट्टी के मोल बिकना” इस मुहावरे का अर्थ नीचे दिए गए कुछ वाक्य प्रयोगों के माध्यम से समझ सकते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं -
वाक्य प्रयोग- 1.
बाजार में एक कपड़े के व्यापारी ने नया साल आने से पहले ही अपने पुराने कपड़ो को मिट्टी के मोल बेच दिया ।
नया साल आने वाला था । सब लोग नये कपड़ों की खरीदारी करने वाले थे । इसी को देख कर बाज़ार के एक व्यापारी ने सोचा की वो भी इस बार नये साल के अवसर पर खूब सारे नये कपड़े लेकर आएगा । नये कपड़ो को लाने से पहले व्यापारी ने अपनी दुकान के सभी पुराने कपड़ो की बोली लगा कर बहुत ही सस्ते दामों में बेच दिया । व्यापारी का अपने पुराने कपड़ो को बहुत ही सस्ते दामों में बचने को ही “मिट्टी के मोल बिकना” कहते हैं ।
वाक्य प्रयोग - 2.
राधिका ने दुःख की घड़ी में अपने गहनों को मिट्टी के मोल बेच दिया ।
राधिका के पति की तबियत दिन प्रतिदिन और भी अस्वस्थ होती जा रही थी । राधिका को समझ में नही आ रहा था कि वो अपने पति का इलाज़ कैसे करवाए । डॉक्टर ने राधिका के पति को जल्द से जल्द हॉस्पिटल में एडमिट करवाने के लिए कहा है । राधिका ने कई लोगों से पैसों की मदद मांगी पर किसी ने भी उसकी मदद नही कीया । फिर राधिका ने अपने गहनों को बेचने का फैसला किया । राधिका अपने गहनों को स्वर्ण व्यापारी के पास लेकर गयी । स्वर्ण व्यापारी ने उन गहनों का बहुत ही कम मूल्य लगाया । राधिका को कैसे भी पैसे चाहिए थे, इसलिए राधिका ने अपने गहनों को अत्यधिक सस्ते दामों मे ही बेच दिया । राधिका का अपने गहनों को अत्यधिक सस्ते दामों में बेचना ही “मिट्टी के मोल बिकना” कहलाता है ।
वाक्य प्रयोग- 3.
सागर अपने गाँव के घर को मिट्टी के बोल बेचकर शहर मे बस गया ।
सागर कई वर्षों से शहर में ही रहता था । सागर के गाँव वाले घर में उसके माता-पिता ही रहते थे । कुछ दिनों के बाद सागर के पिता जी का देहांत हो गया । अब घर पर उसकी माँ अकेली पड़ गयी । सागर ने अपनी माँ से कहा की माँ अब यहां अकेली रह कर क्या करोगी । अब तुम मेरे साथ शहर चलो अब हम सब वहीं रहेंगे । फिर सागर ने कुछ लोगो से अपने घर को बेचनेंकी बात कही । सागर को कोई अच्छा ग्राहक न मिलने से उसने घर को किसी भी कीमत में बेचने का फैसला कर लिया । सागर ने अपने गाँव वाले घर को गाँव के ही एक जरूरत मंद आदमी को बहुत की कम दाम में बेच दिया और अपनी माँ को लेकर शहर में बस गया । अर्थात कि सागर द्वारा अपने गाँव के घर को बहुत ही कम दाम में बेचने को ही “मिट्टी के मोल बिकना” कहते हैं ।
वाक्य प्रयोग- 4.
हरिया ने अपनी गाय को मिट्टी के मोल बेच दिया ।
हरिया के पास एक गाय थी । हरिया उसी गाय के दूध को बेचकर अपना पेट पालटा था और उसके गोबर के बने उपलों को बाज़ारों मे बेचा करता था । हरिया काम करते करते अस्वस्थ हों गया । अब हरिया गाय की देखभाल नही कर पता था । इसलिए हरिया ने अपनी गाय को अत्यधिक ही सस्ते दामों में बेच दिया । हरिया का इस प्रकार से अपनी गाय को अत्यधिक सस्ते दामों में बेचने को ही “मिट्टी के मोल बिकना” कहते हैं ।
वाक्य प्रयोग- 5.
प्रताप का दूसरे शहर में तबादला होने से उसे अपनी कार को मिट्टी के मोल बेचना पड़ा ।
प्रताप बिलज़ी बिभाग में कर्मचारी है । कुछ दिनों पहले ही उसे खबर दी गयी की उसका तबादला दूसरे शहर में हो रहा है । तबादला होने से प्रताप ने सोचा की अपनी कार को बेच दूंगा और वहां पर जा कर दूसरी कार ले लूंगा । इसी को ध्यान में रखते हुए प्रताप ने जल्दबाज़ी में अपनी कार को अत्यंत ही कम दामों में बेच दिया । प्रताप की कार का अत्यंत ही कम दामों मे बिकना ही “मिट्टी के मोल बिकना” कहलाता है ।
दोस्तों, हम आशा करते हैं कि आपको इस मुहावरे का अर्थ समझ में आ गया होगा । अपने सुझाव देने के लिए हमें कमैंट्स जरूर करें ।
आपका दिन शुभ हो ! 😊
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