भांडा फूटना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Bhanda Footana Meaning In Hindi
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Bhanda Footana Muhavare Ka Arth Aur Vakya Prayog / भांडा फूटना मुहावरे का अर्थ क्या होता है?
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Bhanda Phutna |
मुहावरा- “भांडा फूटना” ।
( Muhavara- Bhanda Footana )
अर्थ- रहस्य खोलना या खुलना / भेद खुल जाना / रहस्य प्रकट करना / पोल खुल जाना ।
( Arth/Meaning in Hindi- Rahasya Kholna Ya Khulna / Bhed Khul Jana / Rahasya Prakat Karna / Pol Khul Jana )
“भांडा फूटना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-
“भांडा फूटना” यह हिंदी भाषा में उपयोग होने वाला एक चर्चित मुहावरा है । इस मुहावरे का अर्थ किसी व्यक्ति के द्वारा किसी दूसरे व्यक्ति का रहस्य खोलना या उसके भेद को सार्वजनिक सच्चाई सामने लाना होता है । इस मुहावरे का उपयोग किसी रहस्यमय स्थिति को स्पष्ट करने अथवा बहुत समय तक छिपे हुए किसी विषय को खोलने के लिए किया जाता है ।
“भांडा फूटना” मुहावरे का अर्थ है किसी छिपे हुए रहस्य या किसी गुप्त बात का उजागर हो जाना । यह मुहावरा उस समय प्रयोग किया जाता है जब किसी की छिपी हुई बात या चाल का पर्दाफास हो जाता है ।
जैसे-
1. चोरी करते हुए पकड़े जाने पर चोर का भांडा फूट गया ।
2. रमेश ने जब किशोर की सच्चाई बताई तो उसका भांडा फूट गया ।
3. कम्पनी में अकाउंट मैनेजर का भांडा तब फूटा जब कम्पनी के सुपरवाइजर ने सारे दस्तावेज उजागर कर दिए ।
4. परीक्षा में नकल करते हुए सोनू का भांडा फूट गया और फिर उसे कक्षा से बाहर कर दिया गया ।
5. डॉक्टर ने महिमा को फास्ट फ़ूड खाने से मना किया था पर वो चोरी छिपे खाया करती थी । लेकिन एक दिन उसका यह भांडा तब फूट गया जब महिमा के पापा ने उसे फास्ट फ़ूड खाते हुए देख लिया ।
इस मुहावरे का अर्थ एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं -
पत्रकारों ने कत्ल की घटना के बारे में भांडा फोड़ा और सच्चाई सामने लाई ।
शहर के एक मशहूर डॉक्टर का किसी ने कत्ल कर दिया । पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन शुरु कर दिया । पर कुछ दिन बीत जाने के बाद भी कातिल पुलिस के गिरफ्त में नही आया । कुछ पत्रकारों ने भी इस कत्ल का पर्दाफाश करने के लिए कातिल का पता लगाने में जुट गए । आखिरकार पत्रकारों की मेहनत रंग लाई और उन्होंने कत्ल करने वाले का रहस्य खोल दिया । कातिल का पोल खुलने के बाद पुलिस ने उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया और उससे पूछताछ करना शुरु कर दिया । अर्थात कि पत्रकारों के द्वारा कातिल का पोल खोलने या कत्ल करने वाले का रहस्य खोलने को ही “भांडा फूटना” कहते हैं ।
“भांडा फूटना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Bhanda Futna Muhavare Ka Vakya Prayog.
“भांडा फूटना” इस मुहावरे का अर्थ नीचे दिए गए कुछ वाक्य प्रयोगों के माध्यम से समझ सकते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं -
वाक्य प्रयोग- 1.
मोहन जब अपने घर की खुदाई कर रहा था तो उसे मटके में रखे हुए कुछ खजाना मिले । मोहन ने उस मटके को लेजा कर अपने घर में छुपा दिया ताकि किसी को पता न चले । मोहन को मटका छुपाते हुए एक व्यक्ति ने देख लिया और उसने पूरे गाँव में शोर करके मटके का भेद प्रकट कर दिया । मोहन के रहस्यमयी खजाने का गाँव वालों के सामने भेद प्रकट होना ही “भांडा फूटना” कहलाता है ।
वाक्य प्रयोग- 2.
वैज्ञानिकों ने नये रोग के इलाज़ की भांडा फोड़ा और सफलता प्राप्त किया ।
एक गंभीर रोग का इलाज करते हुए डॉक्टर असफल हो जा रहे थे । डॉक्टरों को समझ में नही आ रहा था कि वो इस रोग का इलाज कैसे करें । जब इस रोग के बारे में वैज्ञानिकों को बताया गया तो वैज्ञानिकों ने इस रोग पर रिसर्च करना शुरु कर दिया । आखिरकार वैज्ञानिकों ने इस नये रोग के होने के रहस्य का पता लगा लिया और इसके इलाज़ भेद भी प्रकट कर दिया । मतलब कि डॉक्टरों द्वारा नये रोग की इलाज का भेद प्रकट करने को ही “भांडा फूटना” कहते हैं ।
वाक्य प्रयोग- 3.
फक्ट्री में हो रहे घाटे का पता लगाने के लिए उसके मालिक ने दो जासूसों को लगा दिया । जासूसों ने जब इसकी खोजबीन की तो उन्हें फैक्ट्री में हो रहे घाटे की असली वजह का भेद पता चल गया । जासूसों ने फैक्ट्री के मालिक से कहा कि आप सभी कर्मचारियों को एक साथ बुलाइये । फैक्ट्री के मालिक ने ऐसा ही किया । जब सब लोग इकठ्ठा हो गए तो मालिक ने पुछा की वो कौन है जो फैक्ट्री में चोरी कर रहा है वो खुद अपना गुनाह कबूल कर ले वरना उसे पुलिस के हवाले कर दिया जायेगा । फैक्ट्री में चोरी करने वाला जब सामने नही आया तो जासूसों ने सुपरवाइजर को बुलाया । जासूसों ने सुपरवाइजर से कहा की अब तुम्हारा पोल खुल गया है अपना गुनाह कबूल कर लो । मालिक को जब ये पता चला कि सुपरवाइजर के ही वजह स्व फैक्ट्री में घाटा लग रहा है तो उसे तुरंत फैक्ट्री से निकाल दिया और पुलिस के हवाले कर दिया । अर्थात कि जासूसों द्वारा सुपरवाइजर का पोल खोलना ही “भांडा फूटना” कहलाता है ।
वाक्य प्रयोग- 4.
लेखपाल साहब का घूस लेते हुए जब वीडियो सार्वजनिक हुआ तो उनका भांडा फूट गया और उनकी नौकरी भी चली गयी ।
लेखपाल साहब के व्यक्ति से घूस ले रहे थे । लेखपाल साहब का घूस लेते हुए किसी ने उनका वीडियो बना लिया । अगले ही दिन सुबह-सुबह लेखपाल साहब का वीडियो सार्वजनिक हो गया । घूस लेने वाला विडियो सार्वजनिक होते ही लेखपाल साहब का पोल खुल गया कि वो घूस लेकर लोगों का काम करते हैं । अर्थात कि घूस लेते हुए लेखपाल साहब का पोल खुलना ही “भांडा फूटना” कहलाता है ।
वाक्य प्रयोग- 5.
रमेश के पॉकेट से बार-बार पैसे गायब हो रहे थे । रमेश जब अपनी पत्नी से इसके बारे में पूछता तो वो मना कर देती की वो ऐसा क्यू करेगी । रमेश अपने पॉकेट से पैसों की चोरी का पता लगाने के लिए अपने कमरे में मोबाइल का कैमरा चालू कर के एक कोने मे रख दिया । रमेश ने जब उस मोबाइल को देखा तो उसे चोर के बारे में पता चल गया । अगले दिन रमेश अपनी नौकरानी को बुलाया और कहा कि तुम्हारा भेद खुद गया है । तुम ही मेरे पॉकेट से पैसे चुराया करती हो । रमेश ने जब मोबाइल में चोरी करने वाला विडियो दिखाया तो नौकरानी को पता चल गया कि उसका चोरी करने का रहस्य खुल गया है । मतलब की नौकरानी द्वारा पैसों की चोरी करते हुए उसका पोल या रहस्य खुलना ही “भांडा फूटना” कहलाता है ।
दोस्तों, हम आशा करते हैं कि आपको इस मुहावरे के अर्थ का पता चल गया होगा । अपने सुझाव देने के लिए हमें कमैंट्स जरूर करें ।
आपका दिन शुभ हो ! 😊
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