उल्टी पट्टी पढ़ाना मुहावरे का अर्थ / Ulti Patti Padhana Meaning In Hindi
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Ulti Patti Padhana Muhavare Ka Arth Aur Vakya Prayog / उल्टी पट्टी पढ़ाना मुहावरे का अर्थ क्या होता है?
Ulti Patti Padhana |
मुहावरा- “उल्टी पट्टी पढ़ाना” ।
( Muhavara- Ulti Patti Padhana )
अर्थ- बहकाना / बहलाना या फुसलाना / बातों में भटकाना / दिशा से बहकाना / मार्ग से विचलित कर देना ।
(Arth/Meaning in Hindi- Bahkana / Bahlana Ya Fuslana / Baato Me Bhatkana / Disha Se Bahkana / Marg Se Vichalit Kar Dena)
“उल्टी पट्टी पढ़ाना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-
‘उल्टी पट्टी पढ़ाना’ यह हिंदी भाषा मे प्रयोग होने वाला एक महत्वपूर्ण मुहावरा है । इस मुहावरे का अर्थ किसी को बहकाना होता है या अपनी बातों से किसी को दिशा से भटका देना होता है । अर्थात कि जीस मार्ग या जीस विषय पर व्यक्ति जा रहा है या किसी कार्य मे अग्रसर है तो उसे अपनी बातों से भटका देना ताकि वह व्यक्ति अपनी मार्ग से विचलित हो जाए ।
दूसरे शब्दों में कहें तो इस मुहावरे का मतलब यह होता है कि किसी को अपमानित करना या उसकी बेज्जती करना । यह किसी को उसकी गलतियों का आरोप लगाकर उन्हे शर्मिन्दा करने का भी अर्थ हो सकता है ।
‘उल्टी पट्टी पढ़ाना’ इस मुहावरे का एक और भी अर्थ हो एकता है, जब कोई किसी के खिलाफ या उसकी गलतियों को साबित करने का प्रयास करता है, जिससे उसकी बेज्जती हो सके । यह आम तौर पर अनैतिक तरीके से किया जाता है और इसको अच्छा नही माना जाता है ।
इस मुहावरे को एक उदाहरण के माध्यम से समझते है-
अंकित अपने सहकर्मी को भरी सभा में अपनी बातों से भटकना चाहता था, परन्तु अंकित की ये योजना असफल हो गयी । अर्थात कि अंकित का अपने सहकर्मी को भरी सभा अथवा सामूहिक सभा मे भटकाने का प्रयास करना ही ‘उल्टी पट्टी पढ़ाना’ होता है ।
‘उल्टी पट्टी पढ़ाना’ मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Ulti Patti Padhana Muhavare Ka Vakya Prayog.
‘उल्टी पट्टी पढ़ाना’ इस मुहावरे का अर्थ हम नीचे दिये गये कुछ वाक्य प्रयोगो के माध्यम से समझ सकते हैं । जो कि इस प्रकार से हैं -
वाक्य प्रयोग- 1.
पूरे गाँव में ये अफवाह फैल रही थी कि सरपंच जी गांव के युवाओं को ‘उल्टी पट्टी पढ़ा’ रहे हैं । वे अपनी बातों मे युवाओं को बहला फुसला कर उन्हे भटकाने का प्रयास कर रहे हैं । जब कुछ लोगो ने इसकी सच्चाई का पता लगाया तो यह बात साफ हो गयी कि सरपंच के द्वारा ऐसा कुछ भी नही किया जा रहा है । युवाओं को भटकाया नही जा रहा था बल्कि उन्हे उनकी योग्यता के अनुसार अगल-अलग कार्यो की जानकारी देकर उनको प्रशिक्षित किया जा रहा था ।
वाक्य प्रयोग- 2.
राम और श्याम दोनो अच्छे दोस्त थे । पर कुछ लोगो को उनकी दोस्ती अच्छी नही लग रही थी । वो हमेशा चाहते थे की इनकी दोस्ती मे दरार पड़ जाये । एक दिन राम अकेले बाज़ार जा रहा था तभी उसे कुछ लोग मिल गये । वे लोग राम को अपनी बातों मे फ़साने लगे । उसे अपनी बातों मे बहलाने फुसलाने लगे । राम को श्याम के खिलाफ ‘उल्टी पट्टी पढ़ाने’ लगे । ताकि राम श्याम से दूर हो जाये । और ऐसा ही दूसरी तरफ भी हो रहा तबा अर्थात कि श्याम को भी कुछ लोग राम के खिलाफ अपनी बातों से भड़का रहे थे । अगले ही दिन राम और श्याम को एक साथ देखकर वो लोग दंग रह गये । उन लोगो ने सोचा था की ये उनको अपनी बातों से बहला फुसला कर दोनो को अलग कर देंगे । राम और श्याम दोनो दोस्तों ने उन लोगो से कहा कि आप लोगो ने जो हम दोनो को ‘उल्टी पट्टी पढ़ाना’ चाहा वह काम नही किया । इतना कह कर दोनो दोस्त वहां से हसते हुए आगे चले गये ।
वाक्य प्रयोग- 3.
जब मै शहर से घर वापस आ रहा था तो रास्ते मे मुझे कुछ लोग ‘उल्टी पट्टी पढ़ाना’ चाहा । लगभग 17 महीनों के बाद मै अपने घर वापस आ आरहा था । साथ मे मैने कुछ सामान भी ले रखा था । उसी को देख कर कुछ लोग मेरे पीछे लग गये । ये बात मुझे पता चल गया की वो लोग मेरे सामान के लिए मेरे पीछे लगे हुए हैं । उन लोगो ने अब मुझसे बात करना शुरु कर दिया । मुझे अपनी बातों मे फ़साने लगे । अब वो मुझे बहका रहे थे । मुझसे कहने लगे कि मैं चिंता ना करू वो लोग मेरे साथ है । यदि मुझे शौचालय या फिर कोई खाने पिने का सामान खरीदना हो तो मै जा सकता हु वो लोग मेरे सामान की देखभाल करेंगे । पर मै तो उनसे भलीभांति परिचित हो चुका था । इसलिए मै कहीं नही गया । उन लोगो का मुझे ‘उल्टी पट्टी पढ़ाने’ का योजना असफल रह गयी । और मै सुरक्षित घर वापस आ गया ।
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