“चमचा” शब्द का मतलब क्या होता है / What Is The Meaning Of Chamcha Hindi

Chamcha Ka Kya Arth Hota Hai / चमचा किसे कहते है? चमचा शब्द का अर्थ: अर्थ - खाने का चम्मच / Spoon रूपक अर्थ- चापलूस व्यक्ति / बिना सोचे-समझे प्रशंसा करने वाला संबंधित शब्द- चमचागिरी, अनुचर, चापलूस शाब्दिक अर्थ (Literal Meaning): चमचा मूलतः उस बर्तन या औज़ार को कहते हैं जिसका उपयोग खाने या परोसने के लिए किया जाता है। अंग्रेज़ी में इसे Spoon कहते हैं। यह धातु, प्लास्टिक, लकड़ी आदि से बना हो सकता है। रसोई में भोजन को उठाने, परोसने, या खाने के लिए यही काम आता है। रूपकात्मक/व्यंग्यात्मक अर्थ (Figurative / Metaphorical Meaning): भारतीय भाषाओं (खासकर हिंदी) में “चमचा” शब्द का इस्तेमाल अक्सर व्यंग्य या निंदा के लिए किया जाता है। “चमचा” उस व्यक्ति को कहा जाता है जो किसी प्रभावशाली, बड़े या ताकतवर व्यक्ति की बिना सोचे-समझे हाँ-में-हाँ मिलाता है, चापलूसी करता है, हर समय उसकी सेवा में रहता है। यह शब्द “चमचागिरी” से भी जुड़ा है, जिसका मतलब होता है चापलूसी या अनुचित प्रशंसा।   उदाहरण: “वो नेता का चमचा बनकर हर जगह घूमता है।” “किसी भी बॉस का चमचा बनने से बेहतर है ईमानदारी से काम करना।” शब्द क...

आग में घी डालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Aag Me Ghee Dalna Meaning In Hindi

 

Aag Me Ghee Dalna Muhavare Ka Arth Aur Vakya Prayog / आग में घी डालना मुहावरे का अर्थ क्या होता है?

 

आग में घी डालना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Aag Me Ghee Dalna Meaning In Hindi
Aag Me Ghee Dalna





मुहावरा- “आग में घी डालना” ।


(Muhavara- Aag Me Ghee Dalna)



अर्थ- क्रोधित व्यक्ति को उकसाना / क्रोध भड़काना / झगड़े को और बढ़ाना / क्रोध को और अधिक भड़काना / विवाद को और बढ़ाना ।


(Arth/Meaning- Krodhit Vyakti Ko Uksana / Krodh Bhadkana / Jhagde Ko Aur Badhana / Krodh Ko Aur Adhik Bhadkana / ViVad Ko Aur Badhana)





“आग में घी डालना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-



आग में घी डालना” यह हिंदी भाषा में बोले जाने वाला एक महत्वपूर्ण मुहावरा है । इस मुहावरे का अर्थ किसी क्रोधित व्यक्ति को और उकसाना अथवा किसी हो रहे विवाद को और बढ़ा देना होता है । 


इस मुहावरे का मतलब है किसी मुश्किल स्तिथि में और भी बड़ी मुश्किलें डाल देना । यह मुहावरा आमतौर पर किसी की चुनौती को और भी बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है ।


जैसा कि हम सब जानते हैं, जब आग में घी डाला जाता तो तुरंत ही वह आग और तेज़ जलने लगती है । मतलब की आग में घी डालते ही उसकी लौं और तेज़ भभक उठती है । उसी प्रकार जब दो व्यक्तियों के मध्य हो रहे विवाद को और बढ़ा दिया जाए तो उस स्तिथि में हम कह सकते हैं इनके मध्य “आग में घी डालने” का काम हुआ है । 


इस मुहावरे को एक उदाहरण के माध्यम से समझते है -


दीपक और रमेश का झगड़ा खत्म होने ही वाला था तब तक कालिंदी ने उन दोनो के बीच “आग में घी डालने” का काम कर दिया । 


दीपक और रमेश एक अच्छे दोस्त थे । पर उन दोनो को एक ही लड़की पसंद थी जिसका नाम कालिंदी था । बात ही बात में जब दोनों को पता चला कि वो एक ही लड़की को पसंद करते है तो वो आपस मे बहस करने लगे । उनका बहस तुरंत झड़गे में बदल गया । पर कुछ देर बाद उनका झड़गा शांत होने ही वाला था तब तक वहा पर कालिंदी आ गयी । कालिंदी ने जब झगड़े की वजह जानी तो वो उनके बीच ये कह कर झगड़ा और बढ़ा दिया कि तुम दोनों मे से जो भी फाइट में जीतेगा मै उसी से दोस्ती करूंगी । फिर क्या था वो दोनों कालिंदी से दोस्ती करने के लिए फिर से आपस मे भिड़ गये और फाइट करने लगे । इस प्रकार से कालिंदी ने दीपक और रमेश के बीच  “आग में घी डालने” का काम कर दिया ।




“आग में घी डालना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Aag Me Ghee Dalna Muhavare Ka Vakya Prayog.



आग में घी डालना” इस मुहावरे का अर्थ नीचे दिए गये कुछ वाक्य प्रयोगो के माध्यम से समझ सकते है । जो कि इस प्रकार से है-



वाक्य प्रयोग- 1.


केशव ने कहा कि तुम सब महेश से दूर रहना क्योंकि वह हमेशा “आग में घी डालने” का काम करता है । 


जब भी कॉलेज में  कोई विवाद होता तो महेश उस विवाद को और बढ़ा देता था । जिसकी वजह से महेश को कोई पसंद नही करता था । क्योंकि वो झगड़ा लगाने में मशहूर था । यही कारण था कि केशव ने अपने मित्र मंडली से कहा की तुम सब महेश से दूर ही रहना, क्योंकि केशव का काम ही है “आग में घी डालना” ।



वाक्य प्रयोग- 2.


ग्राम सभा में जब भी किसी झड़गे को सुलझाने के लिए पंचायत होती तो, बलराम उसमें “आग में घी डालने” का काम कर देता था । 


ग्राम सभा में पाँच लोगों को पंचायत में शामिल किया गया था । जिनका काम था कि किसी भी विवाद को सुलह कराना । बलराम को उन पाँच लोगों में शामिल नही किया गया जिससे वह नाराज़ हो गया था । बलराम ने निश्चय किया कि अब मैं इन लोगों को कोई भी पंचायत को सुलह नही करवाने दूंगा । फिर क्या था जब भी कोई विवाद होता और उसपर पंचायत होती तो बलराम किसी एक के तरफ से होकर उसे और भड़का देता था । फिर वो विवाद खत्म होने के स्थान पर और बढ़ जाता था । अर्थात कि बलराम का काम ही यही था कि किसी भी विवाद को बढ़ा देना मतलब की “आग में घी डालना” । 



वाक्य प्रयोग- 3.


महाभारत में सकूनी हमेशा दुर्योधन के क्रोध को और भड़का देता था । अर्थात कि सकूनी दुर्योधन के क्रोध के समय “आग में घी डालने” का कार्य बहोत ही सरलता से करता था । 


दुर्योधन पांडवो को देखना तक पसंद नही करता था । यही कारण है कि दुर्योधन हमेशा पांडवो को अपशब्द बोलता रहता था । और फिर जब दोनो के बीच कोई विवाद होता तो वहां सकूनी तुरंत पहुंच जाता । सकूनी प्रतीक्षा करता कि दुर्योधन कब क्रोधित होगा । और जैसे ही दुर्योधन क्रोधित होता सुकुनी उसके क्रोध को और बड़का देता था । सकूनी ऐसे तीखे शब्द बोलता जिससे दुर्योधन का क्रोध पांडवो के लिए और बढ़ जाता था । यहां पर हम ये कह सकते हैं कि सकुनी का काम ही यही था कि दुर्योधन के क्रोध को और बढ़ाना । सकुनी के इस कार्य को ही कहते है “आग में घी डालना” । 





हम आशा करते हैं कि आपको इस मुहावरे का अर्थ समझ मे आ गया होगा । अपने सुझाव देने के लिए हमें कमैंट्स जरूर करें ।



आपका दिन शुभ हो ! 🙂




Comments

Popular posts from this blog

प्रिंटर क्या होता है? परिभाषा, प्रकार और इतिहास / What Is Printer In Hindi

आस्तीन का सांप मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Aasteen Ka Saanp Meaning In Hindi

कम्प्यूटर किसे कहते हैं? / What is computer in hindi?

गागर में सागर भरना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Gagar Me Sagar Bharna Meaning In Hindi

काला अक्षर भैंस बराबर मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Kala Akshar Bhains Barabar Meaning In Hindi

चिराग तले अँधेरा मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Chirag Tale Andhera Meaning In Hindi

एक पन्थ दो काज मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Ek Panth Do Kaaj Meaning In Hindi

अन्धों में काना राजा मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Andho Mein Kana Raja Meaning In Hindi