“काफूर हो जाना” मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Kafur Ho Jana Meaning In Hindi
Kaphoor Ho Jana Muhavare Ka Arth aur Vakya Prayog / काफूर हो जाना मुहावरे का क्या अर्थ होता है?
मुहावरा-”काफूर हो जाना”।
(Muhavara- Kafur Ho Jana)
अर्थ- गायब हो जाना / लुप्त हो जाना / भाग जाना ।
(Arth/Meaning In Hindi- Gayab Ho Jana / Lupt Ho Jana / Bhag Jana)
“काफूर हो जाना” मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-
अर्थ:
"काफूर हो जाना" एक प्रचलित हिन्दी मुहावरा है, जिसका अर्थ होता है — अचानक गायब हो जाना, बिना कुछ बताए ओझल हो जाना या ऐसे लुप्त हो जाना कि कुछ पता ही न चले। यह मुहावरा तब प्रयोग किया जाता है जब कोई व्यक्ति या वस्तु एकदम से दृष्टि से ओझल हो जाती है और उसे ढूंढ़ने पर भी उसका कोई सुराग नहीं मिलता।
व्युत्पत्ति और मूल भाव:
इस मुहावरे में "काफूर" शब्द अरबी भाषा से आया है, जिसका मतलब होता है – कपूर (camphor)। कपूर एक हल्का, सफेद रंग का सुगंधित पदार्थ होता है, जो जलने पर तुरंत वाष्पित हो जाता है यानी जलकर तुरंत हवा में मिल जाता है। कपूर को जलाने पर वह भौतिक रूप से समाप्त हो जाता है — न कोई राख बचती है और न कोई ठोस अवशेष। इसी विशेषता के आधार पर "काफूर हो जाना" मुहावरे का जन्म हुआ है।
जब कोई व्यक्ति या चीज़ अचानक इस तरह से गायब हो जाती है कि उसका कोई अता-पता नहीं चलता, तो कहा जाता है कि "वह तो काफूर हो गया।"
प्रयोग और उदाहरण:
1. व्यक्ति के संदर्भ में:
*जैसे ही पुलिस पहुंची, चोर काफूर हो गए।
*काम शुरू होते ही रमेश तो काफूर हो गया, अब दिखे ही नहीं।
2. वस्तु के संदर्भ में:
*मेरी घड़ी कहां गई? यहीं रखी थी, अब तो काफूर हो गई!
*मेरे पैसों का तो कोई अता-पता नहीं, जैसे काफूर हो गए हों।
3. भावनाओं या स्थितियों के संदर्भ में:
*मुझे देखते ही उसके चेहरे की खुशी काफूर हो गई।
*दु:ख की वो घड़ियाँ अब काफूर हो चुकी हैं।
साहित्यिक उपयोग:
हिन्दी साहित्य में इस मुहावरे का प्रयोग भावपूर्ण एवं नाटकीय अभिव्यक्ति के लिए किया जाता रहा है। कवियों और लेखकों ने इसका उपयोग पात्रों की अचानक अनुपस्थिति, खो जाने या विस्मृति दर्शाने के लिए किया है।
उदाहरण:
“वह बचपन की निश्छल मुस्कान, जैसे समय की आग में काफूर हो गई।”
यहां “काफूर हो गई” का प्रयोग इस भाव के लिए किया गया है कि वह मासूमियत अब एकदम समाप्त हो गई है, उसका कोई चिन्ह नहीं बचा।
वास्तविक जीवन में उपयोग:
यह मुहावरा दैनिक बातचीत में बहुत सामान्य रूप से इस्तेमाल किया जाता है, विशेषकर तब जब कोई व्यक्ति बिना बताये कहीं चला जाए, फोन उठाना बंद कर दे, या काम के समय अचानक गायब हो जाए।
उदाहरण:
*माँ: "पढ़ाई का टाइम हुआ नहीं कि ये लड़का तो काफूर हो जाता है!"
*दोस्त: "भाई पार्टी का वादा किया था, अब तू काफूर क्यों हो गया?"
समानार्थी मुहावरे:
1. गायब हो जाना
2. ओझल हो जाना
3. आसमान में उड़ जाना (प्रायः हास्य में)
4. दृष्टि से अंतर्धान हो जाना
“काफूर हो जाना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Kafoor Ho Jana Muhavare Ka Vakya Prayog.
1. पुलिस को देखते ही चोर काफूर हो गए।
2. परीक्षा का समय आते ही राहुल तो काफूर हो गया, जैसे गायब ही हो गया हो।
3. जैसे ही घर की सफाई शुरू हुई, मनीषा काफूर हो गई।
4. बारिश शुरू होते ही सड़क से सब लोग काफूर हो गए।
5. मेरा मोबाइल यहीं रखा था, अब तो जैसे काफूर हो गया है।
6. बच्चे को डांटा तो वह काफूर हो गया, अब तक नहीं दिखा।
7. रामू कर्ज लेने के बाद काफूर हो गया, अब उसका कुछ पता नहीं।
8. बॉस ने काम माँगा, और मोहन काफूर हो गया।
9. घर की जिम्मेदारी आते ही वह काफूर हो गया, जैसे कोई संबंध ही नहीं।
10. अचानक तेज़ आवाज़ आई और बिल्ली काफूर हो गई।
11. पुरानी दोस्ती की वो मिठास अब काफूर हो गई है।
12. जैसे ही रिजल्ट आया, सारे टॉपर काफूर हो गए, अब सोशल मीडिया से भी गायब हैं।
13. पूजा शुरू हुई नहीं कि छोटू तो काफूर हो गया।
14. समय के साथ-साथ वह पुराना जोश भी काफूर हो गया।
15. उसने कहा था मिलने आएगा, लेकिन अब तो जैसे काफूर हो गया है।
निष्कर्ष:
"काफूर हो जाना" हिन्दी भाषा का एक अत्यंत प्रभावशाली और चित्रात्मक मुहावरा है। यह न केवल किसी वस्तु या व्यक्ति के अचानक लुप्त हो जाने की क्रिया को दर्शाता है, बल्कि यह एक विशेष भाव, स्थिति या अनुभव को भी दर्शाने की क्षमता रखता है। इसका प्रयोग व्यंग्य, शिकायत, हास्य और कभी-कभी दुःख के भावों के साथ भी किया जा सकता है।
इस मुहावरे का प्रयोग भाषा को अधिक रोचक, प्रभावशाली और जीवंत बनाता है। यही कारण है कि आज भी यह मुहावरा बोलचाल, साहित्य और मीडिया में खूब इस्तेमाल होता है।
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