कंगाली में आटा गीला होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग / Kangali Mein Aata Geela Hona Meaning In Hindi
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Kangali Me Aata Gila Hona Muhavre Ka Arth Aur Vakya Prayog / कंगाली में आटा गीला होना मुहावरे का अर्थ क्या होता है?
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Kangali Me Aata Gila Hona |
मुहावरा- "कंगाली में आटा गीला होना" ।
( Muhavara- Kangali Me Aata Gila Hona )
अर्थ- आपत्ति में और आपत्ति आना / बुरे समय में और भी बुरा हो जाना / कमी में और कमी होना / गरीब व्यक्ति के ऊपर और अधिक खर्चा आ जाना / परेशानी पर और दूसरा परेशानी पड़ जाना ।
( Arth/Meaning in Hindi- Aapatti Me Aur Aapatti Aana / Bure Samay Me Aur Bhi Bura Ho Jana / Kami Me Aur Kami Hona / Garib Vyakti Ke Upar Aur Adhik Kharcha Aa Jana / Pareshani Par Aur Dusara Pareshani Pad Jana )
"कंगाली में आटा गीला होना" मुहावरे का अर्थ/व्याख्या इस प्रकार है-
"कंगाली में आटा गीला होना” एक लोकप्रिय हिंदी मुहावरा है। इसका अर्थ है किसी व्यक्ति की स्थिति पहले से ही खराब हो और उस पर और भी परेशानी आ जाए। इसे ऐसे समय में इस्तेमाल किया जाता है जब पहले से ही कठिन हालातों में व्यक्ति को और समस्याओं का सामना करना पड़े।
यह मुहावरा आमतौर पर उस स्थिति के लिए उपयोग होता है जब किसी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब होती है और उस पर कोई और मुश्किल आ खड़ी होती है। यह स्थिति व्यक्ति के लिए और अधिक संकटमय बन जाती है। जैसे, अगर कोई व्यक्ति आर्थिक तंगी से जूझ रहा हो और अचानक से कोई अप्रत्याशित खर्च आ जाए, तो यह मुहावरा सटीक बैठता है। यह कहावत ऐसी परिस्थितियों को व्यक्त करती है जहाँ बुरी हालत और बदतर हो जाती है।
जैसे-
1. गोपाल को व्यापार में नुकसान हुआ, और अब कर्ज का बोझ भी बढ़ गया; यह तो कंगाली में आटा गीला होना जैसा है।
2. जब प्रभा की नौकरी चली गई, तो घर में बीमारी का खर्च और भी बढ़ गया, सचमुच कंगाली में आटा गीला हो गया।
3. बारिश के कारण किसान किक फसल बर्बाद हो गई और उसके ऊपर से बैंक का नोटिस आ गया, यह तो कंगाली में आटा गीला होना है।
4. भोला के परिवार के पास पढ़ाई के लिए पैसे नहीं थे, और ऊपर से फीस भी बढ़ा दी गई, यह तो भोला के परिवार वालों के लिए कंगाली में आटा गीला हो गया।
5. मोहिनी के घर में कुछ दिनों से आर्थिक तंगी चल रही थी, और अचानक से मकान मालिक ने किराया बढ़ा दिया, यह तो मोहनी के लिए कंगाली में आटा गीला हो गया।
6. रोहन इधर उधर घूम के पहले से ही नौकरी ढूंढ रहा था और अब उसके जेब से पैसे भी चोरी हो गए, यह रोहन के लिए कंगाली में आटा गीला होना है।
7. केशव की तबीयत ठीक नहीं थी, और उसी समय उसके लड़की की फीस जमा करने का समय भी आ गया, यह तो कंगाली में आटा गीला हुआ।
8. मोहन पहले से ही कर्ज में डूबा था, और अब मूसलाधार बारिश होने की वजह से उसका पुरा फ़सल बर्बाद हो गया । यह तो कंगाली में आटा गीला होना है।
इस प्रकार, "कंगाली में आटा गीला होना" का प्रयोग ऐसी परिस्थिति के लिए किया जाता है जहाँ पहले से ही मुसीबतों में घिरे व्यक्ति को और अधिक मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
"कंगाली में आटा गीला होना” मुहावरे का वाक्य प्रयोग / Kangali Me Aata Gila Hona Muhavare Ka Vakya Prayog.
"कंगाली में आटा गीला होना" इस मुहावरे का अर्थ निचे दिए गए कुछ वाक्य प्रयोगों के माध्यम से समझ सकते हैं, जो कि इस प्रकार से है-
वाक्य प्रयोग- 1.
घनश्याम एक गरीब किसान था। उसकी फसल लगातार दो साल से खराब हो रही थी। जैसे-तैसे उसका परिवार गुजर-बसर कर रहा था। एक दिन अचानक उसके बैल भी बीमार पड़ गए। अब रामू को खेत जोतने के लिए बैल भी नहीं थे। कंगाली में आटा गीला होने जैसा था कि पहले से ही परेशान रामू पर और एक नई मुसीबत आ गई।
वाक्य प्रयोग- 2.
सीमा की शादी का सपना था, लेकिन उसके पिता की नौकरी चली गई। फिर भी, उन्होंने अपने रिश्तेदारों से कर्ज लेकर किसी तरह शादी की तैयारियाँ शुरू कीं। शादी के दिन बारात आते ही अचानक बारिश शुरू हो गई, और सारा मंडप गीला हो गया। इस स्थिति ने पहले से आर्थिक तंगी से जूझ रहे परिवार को और परेशान कर दिया।
वाक्य प्रयोग- 3.
मोहित की वार्षिक परीक्षा नजदीक थी, और वह तैयारी में जुटा हुआ था। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, फिर भी वह मेहनत कर रहा था। अचानक, उसका लैम्प टूट गया और रात को पढ़ने के लिए उजाले का साधन नहीं रहा। पहले से ही परेशान राहुल की मुश्किलें और बढ़ गईं। उसका लैंप टूटना उसके लिए कंगाली में आटा गीला होना जैसे था ।
वाक्य प्रयोग- 4.
बबिता एक दर्जी का काम करती थी और उसकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। एक दिन, उसके सिलाई मशीन की सुई टूट गई। सुई टूटने का सिलसिला चलता रहा । फिर उसने किसी तरह पैसों का इंतजाम करके इसे ठीक करवाया, लेकिन ठीक करने के अगले दिन ही मशीन का पहिया भी टूट गया । अब बबिता के सामने काम करने की और भी मुश्किल आ खड़ी हुई। कंगाली में आटा गीला होना क्या होता है ये बबिता कि स्थिति देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है ।
वाक्य प्रयोग- 5.
मोहन की छोटी सी किराने की दुकान थी जो मुश्किल से चलती थी। एक दिन उसके दुकान में आग लग गई और ज्यादातर सामान जलकर खाक हो गया। उसने बचा हुआ सामान लेकर किसी तरह दुकान फिर से खड़ी की, पर अगले ही दिन बारिश के कारण दुकान में पानी भर गया। पहले से तंगहाली में जी रहे मोहित के लिए यह वाकई कंगाली में आटा गीला जैसा हो गया।
इन वाक्य प्रयोगों से यह समझ आता है कि जब पहले से ही स्थिति खराब हो और उसमें और भी मुश्किलें आ जाएँ, तो उसे 'कंगाली में आटा गीला होना' कहते हैं।
दोस्तों, हम आशा करतें हैं कि आपको इस मुहावरे का अर्थ समझ में आ गया होगा । आप अपने सुझाव देने के लिए हमें कमैंट्स जरूर करें ।
आपका दिन शुभ हो ।
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